@pure.vichar
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and
मुश्किल थी संभलना ही पड़ा घर के वास्ते
फिर घर से निकलना ही पड़ा घर के वास्ते
मजबूरियों का नाम हमने शौक रख दिया
हर शौक बदलना ही पड़ा घर के वास्ते l - स्वयं श्रीवास्तव
― अज्ञात
@pure.vichar
Dear X Supporter Support , My friend was not aware of all the new rules of X, therefore he might have violated the rules of X by mistake, if he has made a mistake then please forgive him, he accept our mistake, he apologize for that,Now he will follow all the rules of X id
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― अज्ञात
@pure.vichar
सपनों की वजह से
नींद का खून कर देना
बिस्तर को जेल बना देता है
इस जेल में
इस जुर्म में
हम सब खूनी हैं
― अज्ञात
@pure.vichar
किनारा कौन छूटेगा किनारा कौन डूबेगा
नदी रस्ता बदलते वक़्त कब यह ध्यान रखती है!
~ अतुल कुमार राय
― अज्ञात
@pure.vichar
जिसकी तलब थी, वो तो बिखर गई
जिसे चाहा हीं नहीं, वो तो चाय में शक्कर की तरह है
― अज्ञात
@pure.vichar
खुश रहना सीख लो यारों क्योकि आपका बुरा चाहने वालो के लिए ये सबसे बड़ी सजा है
― अज्ञात
@pure.vichar
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लड़कों का बचपन पढाई करने और जवानी नोकरी करने मे निकल जाती है जीवन ऐसे ही बीत जाता है कुछ पता ही नहीं चलता
― अज्ञात
@pure.vichar
कोई व्यक्ति यदि व्यथित है, उसके जीवन में यदि सामान्य से अलग घटना घट रही है, जिससे मसाला मिल सकता है तो कुछ लोग उस व्यक्ति से गुड़ में मक्खी के समान चिपक जाते हैं.. और तब तक चिपके रहते हैं जब तक असल बात का कुछ अंश उन्हें पता न लग जाए.. उसके बाद वे चटकारे ले लेकर ... #धूर्त_लोग
― अज्ञात
@pure.vichar
#AsslamuAllekum
#Goodevining
साक़ी से बस , निगाह मिलाने की देर है
आलम को , "मय कदा" न बना दूं तो , बात क्या
Harry Styles. and 6 others
― अज्ञात
@pure.vichar
ना रुकूंगी ना झुकूंगी
जब तक है जां संघर्ष करुंगी
ज़िंदगी मेरी है तो
फैसले भी मेरे होंगे
सपने पूरे करने के
हौसले भी मेरे होंगे
खुला है आसमां
उड़ान भरूंगी
अपनी जिंदगी की
कहानी खुद लिखूंगी
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― अज्ञात
@pure.vichar
उसकी आंखों में डूब कर देखा ही नहीं कभी
मैं तो उसकी बातों से ही पागल हो जाता हूं..ll
#RV
― अज्ञात
@pure.vichar
पद और पदक आपकी स्वतंत्रता छीन कर आपको गुलाम बनाने के लिए दिए जाते हैं
― अज्ञात
@pure.vichar
मेरी रातों की बेचैनी
कितनी मार्मिक थी
इसका एक मात्र साक्षी
मेरा तकिया है
जिसने वो सभी घूंट
इतनी शांति से पिए
कि मुझे भी
संदेह न हुआ
Quote
Counsel
Mar 7
सपनों की वजह से
नींद का खून कर देना
बिस्तर को जेल बना देता है
इस जेल में
इस जुर्म में
हम सब खूनी हैं
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― अज्ञात
@pure.vichar
असफल लोगों के साथ बैठा करो क्योंकि
उनके पास अहंकार नहीं अनुभव होता है
― अज्ञात
@pure.vichar
गुजारिशें दिलों की कब पूरी हुई है
हो उजली धूप या घना कोहरा ख्वाइशें दिलो की दिल मे दफन रही है
Quote
शशि
Jan 16
कोहरे ने ढाँप दी हैं सारी ख्वाहिशें
करता नहीं है अब दिल भी गुज़ारिशें
― अज्ञात
@pure.vichar
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सोच रही हूं इडिया आ जाऊं
२ इंच जो सिकुड़ गई हूं ठंड से
शायद वहां की गर्मी से
वापस आ जाएं
― अज्ञात